कल ट्विटर पर साध्वी प्रज्ञा के शहीद हेमंत करकरे के लिए लगाए गए इलज़ाम के बाद आलोचनाओं से भर गया.बीजेपी समर्थक भी इस बयान से खुश नहीं थे. पर एक
कल ट्विटर पर साध्वी प्रज्ञा के शहीद हेमंत करकरे के लिए लगाए गए इलज़ाम के बाद आलोचनाओं से भर गया.बीजेपी समर्थक भी इस बयान से खुश नहीं थे. पर एक
देश में एक बड़ी राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष के ऊपर एक संगीन आरोप लगा है है। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के ऊपर अपने चुनावी एफिडेविट में गलत जानकारी
लोकसभा चुनाव 2019 आरम्भ हो चुके है. हालांकि इसके नतीजे तो 23 मई को ही पता चलेंगे लेकिन इन डेढ़ महीनों में हम ओपिनियन पोल्स की बाढ़ देखेंगे. हर चैनल
लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस की मुसीबत थमने का नाम नहीं ले रही हैं. कांग्रेस की बढ़ती मुश्किलें आगामी चुनाव का गणित भी बिगाड़ सकती हैं. कांग्रेस के लिए समस्याएं
छपरा लोकसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद से सारण लोकसभा सीट के नाम से जानी जाती है. सारण (छपरा) लोकसभा सीट कई मायनों में ऐतिहासिक है. बिहार के पूर्व
अपनी अद्भुत चित्रकला ‘मधुबनी पेंटिंग’ के लिए विश्वविख्यात मधुबनी पौराणिक कथाओं में भी एक महत्वपूर्ण स्थल रहा है. मधुबनी को मिथिला संस्कृति का हृदयस्थल माना जाता है. स्वतन्त्रता से पूर्व
पटना से सटा हुआ हाजीपुर (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र मुख्यतः अपने सांसद और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की वजह से ही जाना जाता है. हाजीपुर की जनता ने 1977 के जनता
लोकसभा चुनाव में उत्तरप्रदेश की कितनी महत्ता है इसका अंदाजा इस बात से ही लगा सकते हैं कि अक्सर यह कहा जाता है “चुनावी गलियारे में दिल्ली का रास्ता उत्तरप्रदेश
बिहार में राजनीति पर आसक्ति ऐसी है कि वहाँ का राजनीतिक तापमान ठंडा हो तो भी वह शेष देश के राजनीति मिजाज से गर्म ही पाया जाता है. देश में
विष्णुपुर लोकसभा सीट पश्चिम बंगाल के बाँकुरा जिले के अंतर्गत आती है. हजार वर्षों से भी अधिक समय तक मल्लभूम वंश की राजधानी रही विष्णुपुर नगरी अपने शानदार टेराकोटा मन्दिरों