कांग्रेस की रैलियों में कम होती भीड़ को चाहे कितना ही IT सेल वाले फोटोशॉप कर सच छुपाने की कोशिश करें पर सच को कब तक छुपा सकते हैं. पिछले कुछ समय से राहुल गांधी की रैलीयों में कम होती भीड़ किसी से भी नहीं छुपी.
एक वाइरल वीडियो के अनुसार उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी में लोगों का ऐसा कहना था कि उन्हें नरेन्द्र मोदी की रैली के नाम से इक्कट्ठा किया गया. ऑनलाईन वेबसाइट के तहत जब उनहोने एक बच्चे से पूछा कि की यहाँ क्यों आया है तो उसने जवाब दिया कि वो हेलीकाप्टर देखने आया है. पत्रकार ने उससे दुबारा पूछा कि राहुल गांधी को देखने नहीं आया तब भी बच्चे ने कहा कि उसे हेलिकॉप्टर बहुत पसंद है वही देखने आया है.
उतने में ही बगल में खड़े एक व्यक्ति ने बताया कि ‘हमें यहां मोदी जी की रैली का बोलकर लाए थे पर यहां आए तो पता चला कि राहुल गांधी की रैली है.’ काफी दुखद है कि राहुल गाँधी के नाम पर कांग्रेस को इतना भी भरोसा नहीं है कि उससे भीड़ इकट्ठा होगी. न ही भीड़ में आए लोगों को रैली में राहुल गांधी का भाषण सुनने में कोई दिलचस्पी है.
दो सवाल मन में आते हैं , एक तो यह कि जब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को इतना भी यकीन नहीं है कि राहुल गांधी को लोग सुनना भी पसंद करेंगे या नहीं तो फिर उन्हें प्रधानमंत्री पर बिठाने का भरोसा आम जनता कैसे करे.
दूसरा सवाल यह कि मोदी के नाम पर भीड़ इकट्ठा की जा रही है तो क्या पता और कौन सी चीजों पर कांग्रेस आम जनता को गुमराह कर रही हो.